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कोई गुजर गया है आज
Crowned Poem, Hindi Poetry |
माहौल हो गया है गमगीन
कोई गुजर गया है आज,
कर गया है बेसहारा
अपने जाँ से प्यारों को वह आज ।
ले जाएँगे उसे काँधे पर
आएँगे अग्िन को समर्िपत कर,
भस्म हो जाएगा जलकर
शरीर यह नश्वर ।
वह तो चला गया
रह गया पीछे यह क॒ंदन,
थम जाएगा िफर यह भी
रह जाएगा उसकी यादों क स्पंदन ।
यही है िविध िवधाता की
यही है रीित इस जग की,
न कोई बदल सका है इसे
न कोई बदल सकेगा इसे ।
आज कॉई गया है,
ले गया है हँसी वह सब की,
लोग कर रहे हैं रूदन
याद में अब उसकी ।
कल िफर कोई आएगा िजसके
कंठ स्वर से फूटेगी रूलाई,
लोग हर्िषत होंगे लेिकन
देखकर लघु िप॒य छिव उसकी ।
जीवन-मरण का यह क॒म
यूँही चलता रहेगा,
माया-मोह क यह चक॒
यूँही छलता रहेगा ।
अंततः हो जाएगा सब िवलुप्त
उस परम ग्यान-गुण सागर में,
अंततः हो जाएगा सब िवलीन
उस एक ही यथार्थ में ।
SANGEETA… ABSOLUTELY HEARTRENDING AND SO BEAUTIFULLY EXPRESSED…SIMPLE WORDS WITH SO MUCH DEPTH PORTRAYING REALISM WITH SUCH EMOTION..FANTASTIC!!
@seema ji, Jeevan ke satya se parichit karati yah rachna sachmuch jeevant aur prabhavi hai… 🙂
Sangeeta ji Apki Kavita Bahut Hi Bhavpurn Hai is trh ki kavita bahut hi km log likhte hain apka prayash wakai sarahniya hai. isliye bahut hi achchhe sangeeta ji lage rahiye
सन्गिताजि
बहुत सरलता और सुन्दरता के साथ सुन्दर,सहज शब्दो मे आपने
एक भावश्पर्शि कविता लिखि है……
आत्मा कि गहराइ से बधाइ……
Sangeetaa ji,
Another fine poem from you.
Intense philosophical insight in simple words flowing beautifully in the whole poem.
“जीवन-मरण का यह क्रम
यूँही चलता रहेगा,
माया-मोह का यह चक्र
यूँही छलता रहेगा । ”
“अंततः हो जाएगा सब विलीन
उस एक ही यथार्थ में ।”
Very beautiful meaningful lines in the context of the poem.
Hearty congrats to you for this post.
यही है िविध िवधाता की
यही है रीित इस जग की,
न कोई बदल सका है इसे
न कोई बदल सकेगा इसे ।
Very deep & true poem.
intense
flow depth
gud words
gr8 style
yar u r d best