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प्रभुनाम….!
Hindi Poetry |
प्रभुनाम ….!
प्रभु का नाम
थोडा करो अभ्यास
सुखी जीवन ….
नाम स्मरण,
जीने का है साधन,
देता आनंद ….
नहीं कठिन
मन में हो प्रभुनाम ,
सफल काम ….
कैसे बताऊँ,
नाम ही जीवन का,
सच्चा सा धन (सच्चा साधन)….
मैं तो कहता
नाम है सबकुछ
मेरा जीवन …..
—- ” विश्व नन्द ” —-
विश्व का आनंद प्राप्त करने वाले ,शरण आये प्रभुनाथ के
जीवन सफल है जग में उसका ,जो सेवक प्रभुनाथ के
प्रभुवंदन स्वीकार्य है.
@c k goswami
आपकी सुन्दर प्रतिक्रया का सन्मान और स्वीकार
dhanyawad he tumko
jo Sachha Dhan Diya
Leke Prabhu Nam
Vishwanand bhi Magan Hua
@suren
आपकी प्रतिक्रया पढ़ बहुत आनंद पाया. आपका तहे दिल से शुक्रिया.
आपका p4poetry में अधिक परिचय और participation की आशा कर रहा हूँ.
A lovely sweet poem. Liked it
well.
@medhini
Thank you very much for your delighting comment. The expressions in this write are very close to my heart and in the practice of ” नामसाधना “