« गीत मेरा गुनगुना कर…………. | गाते गाते गुन तेरे …….! (गीत) » |
क्या तुम मेरे दोस्त बनोगे ?
Hindi Poetry |
सभी कवि भाइयों को मेरी शुभकामना
happy friendship day
क्या गम में मेरी खुशियाँ बनोगे ?
क्या खुशी में मेरे आंशु बनोगे ?
क्या अँधेरे में मेरी आँख बनोगे ?
क्या सफ़र में मेरे हमसफ़र बनोगे ?
क्या धुप में मेरी छांव बनोगे ?
क्या पथ में मेरे प्रदर्सक बनोगे ?
क्या दिल की मेरी धड़कन बनोगे ?
क्या शरीर की मेरी साँस बनोगे ?
क्या मंजिल में मेरी परछाई बनोगे ?
क्या बारिस में मेरे ओट बनोगे ?
क्या तुम मेरे बायाँ हाथ बनोगे ?
क्या तुम मेरे सुदामा बनोगे ?
क्या मदद में मेरे हाथ बनोगे ?
क्या नींद में मेरे ख्वाब बनोगे ?
क्या तुम आज स्वीकार करोगे ?
क्या तुम मेरे दोस्त बनोगे ?
मुसलसल सवालों का एक सिलसिला है
अजब दोस्त एक आज हमको मिला है
बहुत अच्छा लिखा है, मान गए
पर ये भी तो लिखा होता
कि दोस्त आखिर बनना क्यूँ है,
और बनकर हमें क्या पाना है …
दोस्ती का गम नहीं अब, जबसे जाना ये सही,
दोस्ती है भूल जाना मतलब निकल जाने के बाद .