« »

पापी कौन ?

2 votes, average: 4.00 out of 52 votes, average: 4.00 out of 52 votes, average: 4.00 out of 52 votes, average: 4.00 out of 52 votes, average: 4.00 out of 5
Loading...
Hindi Poetry

पापी कौन
सेक्स स्कैंडल में फंसा गुरु तो
गुरु से पूछे सारी कॉम
है आखिर में पापी कौन

चोर बदमास सब गुरु बन जाते
नित नयी माया से बहलाते
शोषण करते नारी का यौवन
है आखिर में पापी कौन

कल तक जिसको कहते थे ज्ञानी
शक्तियां जिसकी सारी थी मानी
सीता हरण से पहले आया
चोगे में ये रावण कौन
है आखिर में पापी कौन

दो चार चेले नित सेवा करते
धन को चमत्कारी झोले में बरते
प्रभु के नाम पर करते ढोंग
है आखिर में पापी कौन

गुरु जी का क्या इसमें दोष
भक्तों को जब नहीं है होश
पापी तो हम सब है मौन
हम से बड़ा है पापी कौन

है आखिर में बात ये सच्ची
पाप करने वाले से तो
पाप कराने वाला बड़ा होता है
हजारो महापपियों के सम्मुख
एक तुच्छ पापी खड़ा होता है

7 Comments

  1. vmjain says:

    अच्छा कटाक्ष है. पंक्तियाँ अच्छी लगी. खास तौर पर
    “गुरु जी का क्या इसमें दोष
    भक्तों को जब नहीं है होश”

  2. rachana says:

    i like your sarcastic style of writing! good one!

  3. U.M.Sahai says:

    अच्छी रचना, संजय

  4. Vishvnand says:

    सुन्दर अर्थपूर्ण रचना,
    हार्दिक बधाई

    सेक्स स्कैंडल में फंसा गुरु तो
    गुरु से पूछे सारी कॉम
    है आखिर में पापी कौन,

    मेरा कहना यह है…

    राम भी हैं और हैं रावण
    दोनों को परखें पर रावण,
    रावण को सब रावण दिखते,
    रावण की करतूत दिखाकर,
    दोनों को बदनाम हैं करते,
    ऐसे में अब आप बताएं,
    जो राम हैं क्या कर सकते ….
    खुद ही अब तो समझ लीजिये
    आखिर ये हैं पापी कौन..
    पापियों के प्रोग्राम में,
    पापी को पहचाने कौन…

Leave a Reply