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मैं और मेरी…

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Hindi Poetry

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6 Comments

  1. U.M.Sahai says:

    बहुत अच्छी व सुंदर पैरोडी, सुशिल जी, मज़ा आ गया. बधाई.

  2. Vishvnand says:

    मजेदार व्यंग एवं सुन्दर प्रभावी कटाक्ष
    मनभावन I बधाई

    अगर इस तरह की नापाक राजनीति न होती तो अपने देश में स्वराज्य के साथ सु”राज” होता और अपने नेतागण और प्रशासन “नीति” से अपने देश और देशवासियों के हित में कार्य करते …

  3. Raj says:

    Amazing piece of work. Hats off to you Sushil Ji.

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