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तुम कुछ नही कहती !
Hindi Poetry |
मुझे पता नहीं
तुम्हे कैसा लगता होगा
लेकिन मुझे
बहुत तकलीफ होती है
इंतज़ार करने में !
तुम्हारे पूछ्ने का
कि ‘खाना खा लिया क्या’
और फिर गुस्सा करने का
कि ‘अब तक सोये क्यो नहीं’
हर रोज
मै युं ही इंतज़ार करता रहता हुं
तुम्हारे कुछ पूछ्ने का
और हर रोज
मेरी पलकें थक कर ढल जाती है
लेकिन तुम कुछ नहीं कहती.
सुंदर भावनिक रचना
पुराने गीत की याद दिला गयी
“तुमको ये शिकायत है कि हम कुछ नहीं कहते
अपनी तो ये आदत है कि हम कुछ नही कहते”
bahut achhi rachna man gaye aap ko!!!! jay shree krishna
अच्छी लगी 🙂