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ये आप कैसे जानते हैं ? क्यूँ नहीं जानते …
@Vishvnand, jay shree krishna sir aap ki comments hi sab janti hain…..
@kishan मेरे कमेन्ट का मतलब था कि आपको कैसे मालूम कि धरती से चाँद सूरज और मस्ती से चलते पवन तक सब जानते हैं कि आप उसे कितना चाहते हैं ?. शायद इस बात पर इससे भी बढ़िया कविता हो सकती है ….
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ये आप कैसे जानते हैं ?
क्यूँ नहीं जानते …
@Vishvnand, jay shree krishna sir aap ki comments hi sab janti hain…..
@kishan
मेरे कमेन्ट का मतलब था कि आपको कैसे मालूम कि धरती से चाँद सूरज और मस्ती से चलते पवन तक सब जानते हैं कि आप उसे कितना चाहते हैं ?.
शायद इस बात पर इससे भी बढ़िया कविता हो सकती है ….