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बूंदों के रूप में ..!!!!

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Hindi Poetry, Sep 2010 Contest

रब  की  महेर  बनकर  बरस  रही  हैं   , ये  मेघा  इन  बूंदों  के  रूप  में …

किसानो  के  लिए  नई  आस  बनकर  तो  ,परिंदों  के  लिए  नई  प्यास  बनकर  बरस  रहीं  हैं  यह इन बूंदों  के  रूप  में …

काली  घटा  ओ  में  से  भी  यह  बरखारानी  अपनी  दुआए इस   धरतीवालों  पे  बरसा  रही  हैं  इन  बूंदों  के  रूप  में ..

प्यार  के  जुगनू  ओ  के  लिए  जैसे  प्यार  का  मौसम  तो  ,सभी  दिलवालों  के  लिए  जज्बात  बनकर  बरस  रही  हैं  यह  मेघा  इन  बूंदों  के  रूप  में ..

इन  फूलो  में  सोंधी सोंधी  खुशबु   बनकर  तो , इन  ज़रनो  की  नयी  ज़िन्दगी  बनकर  बरस  रही  है  इन  बूंदों  के  रूप  में ..

सूखे  पत्तो  में  नई जान  बनकर  पूरी  धरती  को  जैसे  दुल्हन  की  तरह  सजा  रही  है  यह  मेघा  इन  बूंदों  के  रूप  में

धरती  की   इस  नफरत  की  आग  को  अपने  प्यार  के  समुन्दर  से  बुज़ा  रही  हैं  यह  मेघा  इन  बूंदों  के  रूप  में ..

बादलों  की  गूंज  में  नई सरगम  छेडकर  तो  कडकडाती   बिजली  में  रौशनी  की  ज़घमघाहट  बनकर  बरस  रही  है  इन  बूंदों  के  रूप  में

मेघधनुष  में  खुशियों  के  रंग  भरकर  इस  रंगीली  धरती  को  और  रंगीन  कर  रही  हैं  यह  मेघा  इन  बूंदों  के  रूप  में .

ज़िन्दगी  जैसे  समेट ली  हैं  तुने   इन   बूंदों  में ,ऐय  मेघा  आज  इस धरतीवालों  की तक़दीर  बनकर  बरस  रही  है  तू  इन  बूंदों  के  रूप  में ……

15 Comments

  1. Gev Dhunjibhoy says:

    Bhut pyari kavita likhi aapne, zindagi ke sab pahelu samet liye in bundo ke roop may,……. maza aa gaya. Thanks a lot!

  2. Vishvnand says:

    बहुत खूबसूरत रचना
    मेघ और वर्षा के बूंदों के रूप की अति सुन्दर महिमा

    रचना के लिए हार्दिक अभिनन्दन और अभी आपकी बहुत सी और रचनाओं के लिए शुभकामना.

    p4poetry के मंच पर आपका हार्दिक स्वागत

    ( कुछ हिंदी शब्द जो सही नहीं छपे हैं उन्हें कृपया एडिट कर सुधार देना )

    • meera trivedi says:

      @Vishvnand, Thank u so much sir for ur valuable comments …i’ll surely edit this poem…this is just my beginning and even in future i m hoping to get your kind support….:)

  3. amit478874 says:

    First of all Well come to the p4poetry.! The poem is good one..Keep posting and sharing your talent…! All the Best..!

  4. Harish Chandra Lohumi says:

    अच्छी लगी, बधाई !!!
    मन्च पर स्वागत !!!

  5. dr.paliwal says:

    Sundar, pyarisi rachna, manbhai…..
    wel come to p4poetry…..

  6. parminder says:

    इस फोरम में आपका स्वागत है| वर्षा के विभिन्न रंग सुन्दर लगे| बस कुछ त्रुटियाँ ठीक हो जाएं तो और अच्छा हो|

  7. nitin_shukla14 says:

    Good Poem,Nicely expressed.
    Welcome to P4 Poetry

  8. rohanrathod says:

    @meera trivedi, good poem for the rains..

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