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****वो फ़िर आयेगा****

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Hindi Poetry

****वो फ़िर आयेगा****

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वो फ़िर आयेगा,

और पब्लिश करेगा,

अपनी एक गज़ल,कविता,गीत,

या फ़िर कोई भी एक पोस्ट,

पढाने के लिये मुझे और कई और को,

दिखायेगा कि आज वो कितना बर्बाद सा है,

जताना चाहेगा एक प्यार,

बताना चाहेगा एक टूटे हुए दिल का दर्द,

कोशिश करेगा बताने की,

कि वो अब भी हमें कितना चाहता है,

और चाहेगा कि उसे पढ़ हम उसका दर्द समझ सकें,

जो उसे लगता है हमने दिये हैं,

अपनी ही नज़्म को पढ़-पढ़ खुश रहने की,

आदत सी बना लेने वाले,

काश  “किसी और” की वज़्म मे आकर सुन तो लेते ।

कम से कम एह्सास तो कर लेते,

कि उनका प्यार क्या वास्तव में प्यार था  ।

*****भावना*****

10 Comments

  1. Vishvnand says:

    वाह क्या बात है
    बहुत ख़ास है
    मुह तोड़ जवाब है
    ऐसी अपनी रचना रच कर
    खुश होने वालों पर कडा कटाक्ष है
    हमें तो भई रचना बहुत मन भायी
    सुन्दर रचना के लिए हार्दिक बधाई ….

  2. dr. ved vyathit says:

    बड़ी कसक दिल के अंदर है
    बिलकुल पूरी होगी
    कोई आकर शेर कहेगा
    तभी गजल वो होगी
    सुंदर रचना

  3. siddha Nath Singh says:

    ग़ज़ल ने ग़ज़ल से अलग हट के क्या क्या
    सुना डाला अब तक समझ मैं न पाया
    न जाने हुए वो खफा किस सुखन पर
    जो दिल ने कहा था वरक पे वो आया.

  4. Harish Chandra Lohumi says:

    बहुत सुन्दर भावना जी, अच्छा सबक…नसीहत …सुझाव ।
    बधाई !!!!

  5. pallawi says:

    bohut achchi kavita!!

  6. Prem Kumar Shriwastav says:

    वाकई बहुत सुन्दर..बहुत सुन्दर …………

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