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देवरिया थानेदार, दारोगा बन के आयो ….(गीत)
Crowned Poem, Hindi Poetry |
देवरिया थानेदार, दारोगा बन के आयो ….(गीत)
देवरिया थानेदार, दारोगा बन के आयो,
दारोगा बन के आयो, मोको मन ही मन में भायो,
हो… देवरिया थानेदार, दारोगा बन के आयो ।
रौबीली टोपी वाकी ,वरदी देवर की खाकी ।
बस एक झलक मैं पाऊँ, ज्यूं ही खिड़की से झाँकी,
हो…देवर मो पे मुसकायो, मोसे नाहक नैन लडायो ।
हो…देवरिया थानेदार, दारोगा बन के आयो ।
सासू सों साड़ी लायो, ननदी सों लहंगा लायो,
मोसों लायो लाल चुनरिया, चटकीलो जम्फर लायो,
हो…मोरी जीभ चटाचट होवे, जलेबी ताज़ी लायो ।
हो…देवरिया थानेदार, दारोगा बन के आयो ।
चल भौजी संग बजरिया, तोहे लागे ना नजरिया,
ताना नहि मारे कोई, संग थानेदार देवरिया,
हो…मैं तो शरम से हो गयी लाल, धक-धक जियरा घबरायो ।
हो…देवरिया थानेदार, दारोगा बन के आयो ।
दारोगा बन के आयो, मोको मन ही मन में भायो,
हो… देवरिया थानेदार, दारोगा बन के आयो ।
***** हरीश चन्द्र लोहुमी
वाह बहुत प्यारा और सुन्दर गीत
बहुत मनभावन
हार्दिक बधाई
“देवरिया थानेदार दरोगा बन के आयो ”
जो बतियाँ गीत बताईं वो सारी ही मनभायो
अब गीत इ प्यारा सा गाकर हमका सुनइयो …
@Vishvnand,
हार्दिक धन्यवाद और आभार सर !
बतिया देवर की मानूँ , गाना गाने की ठानू,
कैसे सा रे गा मा पे, नाजुक उँगली रख पाऊँ,
हो… खिडकी से पडोसन झांके, मन मोरा डर-डर हारो ।
हो…देवरिया थानेदार, दारोगा बन के आयो ।
देवरिया थानेदार दारोगा बनके आयो
मूंछों पर दे ताव और डंडा फटकारे
छाती चौड़ी करके,सारे घर पर छायो
देवरिया थानेदार दारोगा बनके आयो
Kya Khoob Geet Likha Hai…Maja Aa Gaya,
Badhaiii
@nitin_shukla14,
वाह नितिन जी ! क्या बात है !!
देवर जी का नया चरित्र-चित्रण ! बहुत खूब !
अरे हाँ अर्ध शतक मारने पर बधाई
@nitin_shukla14,
धन्यवाद नितिन जी, एक रन लेकर पूरा कर लिया ।
ध्यान रखियेगा, अब स्ट्राइक आपके पास है !!!
@Harish Chandra Lohumi, Nice interaction..! Joyful to read..! 🙂 Lekin sir ab century jald hi ouri karna..! All d best..& congrats…!
And the sond is really good and different..! दिल से गुज्हारिश है आप से की इसे podcast करे..! If possible..! 🙂
@amit478874, Please read in 1st line “puri karna” instead of “ouri karna” & in 2nd line “song” instead of “sond”
@amit478874,
बहुत-बहुत धन्यवाद और आभार अमित जी ! कोशिष अवश्य करूँगा । सही बात बताऊँ अमित जी अकेले मे रिकार्डिग में मजा ही नही आता । संगति के बिना संगीत अधूरा सा लगता है । आपका सुझाव शिरोधार्य है । मौका मिलने पर अवश्य प्रयास करूँगा ।
प्रोत्साहन हेतु पुनः आभार !!!
बहुत ही सुंदर गीत है हरीश जी…. भाभी के मन की बात बखूबी कही है आपने…. वाह रे देवरिया थानेदार….
@Sushil Joshi,
बहुत सारी प्यारी-2 भाभियों का देवर जो हूँ सुशील जी !!!
हार्दिक आभार और धन्यवाद आपका !!!
badhai sir ji,
kya khoob geet likha hai aapne..
bahut achchha laga 🙂
@Ravi Rajbhar, हार्दिक आभार और धन्यवाद रवि जी !!!
वाह्…वाह…वाह ॥
मजेदार गीत देवर-भौजाई का ॥
मस्त रचना सर जी ॥ बधाई हो ॥
@dp,
गीत की प्रशंसा हेतु हार्दिक धन्यवाद और आभार डीपी जी !
आपका देवरिया गीत बहुत मनभावन लगा
@renu rakheja,
“देवरिया गीत” की प्रशंसा और ताजपोशी का हार्दिक आभार और धन्यवाद रेनू जी !!!
@Harish Chandra Lohumi, I am not the only one responsible for crowning- the team does it 🙂
@renu rakheja,
My heartfelt thanks to all the team members !!!
kya baat hai gaon ki yaad dila di–ek cworn meri taraf se bhi badahai
@rajivsrivastava,
हार्दिक आभार और धन्यवाद राजीव जी !!!
अब कमेन्ट देने के लिए नया कागज़ लगना पड़ेगा- बहुत अच्छे
@chandan,
कागज ?
कहीं कमेन्ट की आड़ में बयान तो दर्ज़ नही कर रहे हैं थानेदार जी !!
हार्दिक आभार और धन्यवाद आपका !!!
हरीशजी इस गीत में लोकगीत की महक है और अपनी माटी की सौंधी खुश्बू है.गीत मन को बहुत भाता है.आपसे एक अनुरोध है कि यदि आपके पास इस गीत कि धुन हो तो कृपया इसे पोडकास्ट करे.मज़ा और बढ जायेगा.
@neeraj guru,
धन्यवाद नीरज जी, बहुत प्रसन्नता हुई आपकी प्रतिक्रिया पाकर !
हार्दिक धन्यवाद और आभार आपका !!!
आप सभी लोगों ने “पोडकास्ट” हेतु उत्साहित किया है । अवश्य प्रयास करूँगा ।
पुनः आभार !!!