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तमसो मा ज्योतिर्गमय:

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Hindi Poetry

एक पुराने चुटकुले का काव्य रूप।

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4 Comments

  1. Vishvnand says:

    रचना मनभायी
    आजकल राजनीति में कुछ गहन बातों का ऐसा ही उटपटांग अर्थ लगाकर उपयोग किया जा रहा है. .

    • Sushil Joshi says:

      @Vishvnand, धन्यवाद विश्वानंद जी, माफी चाहता हूँ प्रत्युत्तर में देरी के लिए। कुछ काम की व्यस्तता अधिक थी।

  2. bl says:

    kucch naya likh bhai ye idia to purana aur basi he

    • Sushil Joshi says:

      @bl, भाई….. माफ करें लेकिन शायद आपने इस चित्र के नीचे लिखा एक छोटा सा नोट नहीं पढ़ा……जिसमें लिखा है – ‘एक पुराने चुटकुले का काव्य रूप’।…….भाई मुझमें केवल इतना ही दिमाग है…….. आपको यदि नई रचनाएँ देखनी हों तो किसी अन्य कवि की रचनाओँ पर निगाह डालिए…… क्योंकि मेरी तो सारी की सारी 123 रचनाएँ पुरानी और बासी हैं…… धन्यवाद

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