« हे वर्ष नव ! ………( स्वागत-गीत ) | नव वर्ष की हार्दिक मंगल कामनाएं » |
(*)2010 की यादे …. सिर्फ भ्रष्टाचार …सिर्फ भ्रष्टाचार(*)
Dec 2010 Contest, Hindi Poetry |
« हे वर्ष नव ! ………( स्वागत-गीत ) | नव वर्ष की हार्दिक मंगल कामनाएं » |
Dec 2010 Contest, Hindi Poetry |
अलग किस्म की अर्थपूर्ण रचना
विशेष और मनभावन है .
इस सुन्दर रचना के लिए हार्दिक बधाई है
जय श्री कृष्ण …
@Vishvnand, Sir is comments ke liye aap ka aabhri hu …jai shree krishna
क्या बात है किशन भाई…हिंदी अच्छी होती जा रही है आपकी…
बहुत-बहुत बधाई और नव वर्ष 2011 की हार्दिक शुभकामनाएँ… 🙂
आपकी रचना के कुछ हल मेरी इस रचना में छुपे हैं…ज़रा गौर फरमाईयेगा…
https://www.p4poetry.com/2010/12/18/%e0%a4%ae%e0%a5%88%e0%a4%82-%e0%a4%a4%e0%a5%81%e0%a4%ae%e0%a5%8d%e0%a4%b9%e0%a4%be%e0%a4%b0%e0%a4%be-%e0%a4%ac%e0%a4%be%e0%a4%aa%e0%a5%82-%e0%a4%97%e0%a4%be%e0%a4%81%e0%a4%a7%e0%a5%80/
@P4PoetryP4Praveen, dhanywad comments ke liye praveen bhai
देश की अफ़सोस-जनक स्तिथि बाखूबी बयाँ की है आपने| पेश करने का ढंग अलग और सुन्दर है|
@parminder, thnks parminder ji comments ke liye sukriya