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बेचारा इक स्टूल ….!
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बेचारा इक स्टूल ….!
सरकार का बड़ा संशोधन कार्यालय था
सत्यव्रत शर्माजी का कुछ संशोधन चल रहा था
उन्होंने अवतार सिंग जी को अपनी जगह से अनुरोध किया
“सिंग साहिब हो सके तो वो इष्टूल ज़रा इधर देना जी”
सिंग साहिब हँसे “कमाल है शर्माजी तुम सटूल को इष्टूल कहते हो जी ”
एक विदेशी जो वहां था और हिंदी भी जानता था बोला पडा
“सोच रहा हूँ इस इंग्लिश शब्द स्टूल के लिए हिंदी शब्द नहीं है क्या जी”
दोनों अपने बड़े संशोधक सोचने लगे पर उत्तर न दे सके जी
न इष्टूल या सटूल को सही स्टूल भी कह सके …….
” विश्वनंद “
nice one!
@rajivsrivastava
कमेन्ट के लिए शुक्रिया ..
कमाल है सर ! “हिन्दी जानने वाले” विदेशी को भी पूछना पडा ! 🙂
लगता है उसे भी नहीं आता था . 🙂
@Harish Chandra Lohumi
कमेन्ट के लिए शुक्रिया
विदेशी बेचारा करे भी क्या, हमें भी कहाँ आता …
इसीलिये आपका कमेन्ट पढ़, इक Last Line add कर देना उचित समझा … 🙂
स्टूल के मीनिंग्स भी तो कई सारे होते हैं सर जी अंग्रेजी में… 🙂
@dp
कमेन्ट का शुक्रिया
“स्टूल के मीनिंग्स भी तो कई सारे होते हैं सर जी अंग्रेजी में…”
पर फँस गए dp और संशोधक स्टूल का शब्द बताने हिंदी में .. 🙂
मेरे ख्याल से Stool के लिए हिंदी में शब्द इष्टूल और सटूल ही होता है…
बहुत बढ़िया सर जी, आम जगह और आम लोगों के बीच कई बार ऐसा होता है… पर बढ़िया बात यह है कि आप ने बहुत ही खूबसूरती से इसका फर्क बताया है.
@anju singh
Thank you so very much for your comment of considered observation, appreciation and profound encouragement for this posting