« प्यार गहरा है आपका हमसे . | What is all this ??? » |
आप जैसा बदल न पाएंगे.
Hindi Poetry |
आप जैसा बदल न पाएंगे.
आप के साथ चल न पाएंगे.
तुझको जैसी रचा विधाता ने,
रच तो वैसी ग़ज़ल न पाएंगे.
आग के फूल हैं संभलियेगा
इनको ऐसे मसल न पाएंगे.
मौत हम पर अभी करम रख तू,
उनके अरमां निकल न पाएंगे.
मसलाये इश्क हैं ये पेचीदा,
इनके आसान हल न पाएंगे.
दिल के मज़्मूं हैं ये हिसाब नहीं,
गिनतियों में ये ढल न पाएंगे.
आज हैं पास,प्यार कर लीजे
पास फिर आप कल न पाएंगे.
मनभावन शेर
बधाई
कट्टर मुजरिमों को बेल पर छोड़ देते
बेवकूफी है समझना वो भाग न पायेंगे ….
@Vishvnand, थैंक्स,यूआर काईंड सर.