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***प्यार की गहराईयाँ…***

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Hindi Poetry

  

हमसफ़र अब हैं मेरी तेरी यादों की परछाईयाँ

अब अश्क आँखों में मेरे  लेने लगे अंगडाईयाँ

 

लफ़्ज़ खतूत के तेरे तेरी तस्वीर के अलफ़ाज़ हैं

आग़ोश में तेरी यादों की रास आ गयी तन्हाईयाँ  

 

मय का हर कतरा मेरे लब पे तेरी ही सौग़ात है 

जिन्दगी भर साथ  चलेंगी आपकी रुसवाईयाँ  

 

चाहता है दिल उन्हीं के प्यार में मदहोश हो

जो न समझे आज तक प्यार की गहराईयाँ

 

है मुबारक रात वो जब ख्वाब में आती हैं आप

खामोश तन्हा रात में बज उठती हैं शहनाईयां

 

 

सुशील सरना

17 Comments

  1. siddha nath singh says:

    कुछ शेर अच्छे लगे. परन्तु -लफ़्ज़ खतूतों के तेरे तेरी तस्वीर के अलफ़ाज़ हैं
    में प्रयुक्त शब्द अटपटे लगते हैं. खतूत स्वयं ख़त का बहुवचन है तो खातूतों कहना थोडा विचारणीय हो जाता है. तस्वीर के अलफ़ाज़ क्या मतलब क्या शब्द चित्र की बात कर रहे है. बेहतरीन शेर है-
    चाहता है दिल उन्हीं के प्यार में मदहोश हो
    जो न समझे आज तक प्यार की गहराईयाँ

    • sushil sarna says:

      @siddha nath singh,
      रचना पर आपकी प्रतिक्रिया प्रशंसनीय है-आपका सुझाव सर माथे – रचना संशोधन के बाद प्रस्तुत है- आशा है पसंद आयेगी- सुझाव और प्रशंसा का हार्दिक शुक्रिया सिंह साहिब

    • sushil sarna says:

      @siddha nath singh,
      रचना पर आपकी प्रतिक्रिया प्रशंसनीय है-आपका सुझाव सर माथे-आवश्यक संशोधन के बाद रचना पुनः प्रस्तुत है,आशा है आप संतुष्ट होंगे-इस बहुमूल्य सुझाव और प्रशंसा का हार्दिक शुक्रिया सिंह साहिब-अपना स्नेह बनाये रखिये

  2. Harish Chandra Lohumi says:

    वाह सरना साहब ! मनभावन ! बहुत करीबी मामला !

    किसी के चले जाने का गम नहीं,
    अफ़सोस इस बात का है,
    कोई बहुत करीब आकर वापस चला गया 🙂

  3. Vishvnand says:

    बहुत सुन्दर भावों के अंदाज़ और गहराइयाँ
    पढ़कर बज रही हमारे में भी मन में शहनाइयाँ

    “हमसफ़र अब हैं मेरी तेरी यादों की परछाईयाँ”
    अब अपने बीच शुरू हैं असलियत की परेशानियाँ

    • sushil sarna says:

      @Vishvnand,
      दिल का हाल सुने दिल वाला, सीधी सी बात न मिर्च मिसाला – तो आप ही अच्छी तरह गजल के भाव समझ सकते हैं- इस प्रशंसा का हार्दिक शुक्रिया सर जी

  4. renukakkar says:

    बहुत अच्छा लिखा है

  5. amit478874 says:

    बहुत खूब सरना साहब..! अच्छी कविता है..! 🙂 वैसे आप कैसे है..बढियाँ..?

    • sushil sarna says:

      @amit478874,
      अमित जी, रचना पर आपकी मनभावन प्रतिक्रिया और स्नेह का हार्दिक शुक्रिया-आप जैसा पाठक मिले तो रचनाकार तो कैसे अच्छा न रहेगा-इस प्यार का तहे दिल से शुक्रिया-आपका स्नेह बनाये रखिये

  6. खुबसूरत अंदाज में लिखी गयी सुन्दर रचना – बधाई
    आप की रचना में छिपी है प्यार की गहराइयाँ

  7. Raj says:

    बहुत खूब, खासकर –
    ‘चाहता है दिल उन्हीं के प्यार में मदहोश हो
    जो न समझे आज तक प्यार की गहराईयाँ”

    • sushil sarna says:

      @Raj,
      रचना पर आपकी सराहना मन को भा गयी, हार्दिक शुक्रिया राज जी

  8. kishan says:

    jyada uardu samjta nahi lekin kuch word jo hite hai vo mai sirf aapki rachna se hi sikhta hun:) jai shree krishna

    • sushil sarna says:

      @kishan,
      इस मनभावन प्रतिक्रिया और स्नेह का शुक्रिया किशन जी

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