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माँ जब मेरे आने की खबर तूने सुनी होगी !
Hindi Poetry |
माँ जब मेरे आने की खबर तूने सुनी होगी ,
मुझे जल्द देखने की आस मन मे जगी होगी ,
मेरे आने की खुशी मे तुझे कुछ हुआ होगा ,
फिर किसी बच्चे की तस्वीर को तूने छुआ होगा !
हर दिन कुछ परिवर्तन हो मेरा आकार बढ़ा होगा ,
तेरा माँ कहलाने का सपना साकार हुआ होगा ,
जब तूने प्यार से पेट पे हाथ धरा होगा ,
तेरी गोद मे आने को मेरा मन करा होगा !
मुझे चोट ना लग जाये ये सोच के संभली होगी ,
मेरा रंग -रूप तेरे लिए एक पहेली होगी ,
मे स्वस्थ रहूँ ये सोच के खाना खाती होगी ,
मेरे लिए खिलौने पहले से ही लाती होगी !
बापू ने पेट पे कान रख मुझे महसूस किया होगा ,
मेरे आने की खुशी मे तुझे ज़रूर तोहफा दिया होगा ,
जब पहली बार ज़ोर से मैने मारी होगी लात ,
उस दिन खुशी के मारे जागी होगी सारी रात !
मैं तो बढ़ रहा था ,और बढ़ रहा था तेरा भार ,
हर तक़लीफ़ सह कर तूने किया होगा मेरा इंतजार ,
जब मैं आने को था,तो मैने कितना दर्द दिया होगा ,
मेरी एक झलक देखने को तूने वो सब भी सहा होगा !
माँ जब पहली बार तूने मुझे गोद मे लिया होगा ,
अपने दिल के करीब लाकर मुझे प्यार किया होगा ,
माँ तेरे इस त्याग को मैं कभी भुला ना पाऊँगा ,
कई जनम लेकर भी इस कर्ज़ को चुका ना पाऊँगा !
डॉक्टर राजीव श्रीवास्तवा
बहुत सुन्दर भावनिक रचना
Nicely flowing
बड़ी मनभावन
बधाई
५ वीं पंक्ति में शायद ‘बड़ा’ को ‘बढ़ा’ होना चाहिए
@Vishvnand, dhanyavad sudhar kar liya hai
अच्छी भावनात्मक एहसास वाली रचना ।
@Harish Chandra Lohumi, sahirday dhanyavad
रचना और तस्वीर का सम्बन्ध समझ नहीं आया ।
@dp, jara dhyaan se phir padiye samajh aa jayega
ma ka karj koi nahi chuka sakta aachi lagi marmsharshi