अंदाज बहुत बढ़िया
पर हिंदी की गल्तियाँ भी बहुत जो सब मज़ा किरकिरा कर देती हैं . बिन ऐसी गल्तियों के रचना पोस्ट करना जरूरी होता है..
निम्न गल्तियों को कृपया एडिट कर सुधारिए…
मैं = मे
बीन = बिन
राश = रास
मेने = मैंने
वो खुदा मेने तूझ मैं पाया है = वो ख़ुदा मैंने तुझमे पाया है
nice one…[:)]
@meera trivedi, thnks meera ji comments ke liye sukriya
अंदाज बहुत बढ़िया
पर हिंदी की गल्तियाँ भी बहुत जो सब मज़ा किरकिरा कर देती हैं . बिन ऐसी गल्तियों के रचना पोस्ट करना जरूरी होता है..
निम्न गल्तियों को कृपया एडिट कर सुधारिए…
मैं = मे
बीन = बिन
राश = रास
मेने = मैंने
वो खुदा मेने तूझ मैं पाया है = वो ख़ुदा मैंने तुझमे पाया है
@Vishvnand, commnets ke liye aabhari hun mere guruji
Kishan jee, u have expressed ur feelings very nicely but some editing is required as stated by Sh.V.Anand jee-good effort,
@sushil sarna, dhanywad sir commnets ke liye sukriya
अच्छा प्रयास किशन जी, मुझे लगा कि यह रचना पहले भी पढ़ने में आयी है कभी .
विशेषज्ञों की सलाह पर अमल करेंगे तो सुधार निश्चित है.
@Harish Chandra Lohumi, ha harish bhai dhanywad comments ke liye aap ka
Bahot hi achhi peshkash he
@Ruchha, Thnks comments ke liye sukriya