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अनमोल वचन
Hindi Poetry |
जो अहंकारी है बनता
सुख उसको याद न करता
जो घृणा का बीज बोता
विपत्तियों का फल धोता
जो करता ज्ञान का सर्वधन
बढ़ता उसका मान सर्वधक
जो करता बड़े-बुजुर्गो की सेवा
पाता वो सुख , शांति , समृद्धि ,मेवा
जो लेता प्रातः हरि का नाम
बनते उसके हर बिगड़े काम
जो करता दया, प्रेम ,दान , समर्पण
दिखता उसको लक्ष्य का दर्पण
जो रखता श्रध्दा , सबरी , सत्य का साथ
शीश पर रहता सदेव साईं नाथ का हाथ
RadheyRadhey,
जो लेता प्रातः हरि का नाम
बनते उसके हर बिगड़े काम !
RadheyRadhey