आया अन्ना हजारे

आया अन्ना हजारे
लेकर सवाल करारे
दिखा नया सबेरा
रात में उजाले
मकसद सबका एक हुआ
भ्रष्टाचार को खत्म करने का शुरू हुआ सिलसिला
जनता को लुटने वाले
अब आया अन्ना तुम्हारी लुटिया डुबाने
न्याय का नाम लिए
आया अन्याय को मिटाने
सबकी उम्मीदों में
नया हौसला दिखाने
आया अन्ना हजारे
उठाये सवाल करारे
Good short poem .
“आया अन्ना हजारे
लेकर सवाल करारे”
रिश्वतखोर जो सारे
अब डरने लगे बेचारे
जो जमा किये है सारे
वो कैसे लगें ठिकाने… ?