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ख़ामोशी

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Hindi Poetry

ख़ामोशी


ख़ामोशी खामोश है
खामोश रहना ही उसकी प्रवृति है
पर कहते हैं वो
कि खामोशियाँ  बोलती हैं
हाँ, मैंने   भी सुना है
खामोशियों को बोलते हुए
जब बोलती हैं खामोशियाँ
तो कहती हैं बहुत कुछ
इसी से कहते हैं शायद
कि मौन की भी होती है एक भाषा
पर भाषा की भी तो
होती है एक परिभाषा
इस परिभाषा पर
हर मौन खरा उतरे
यह जरूरी  तो नहीं
इसलिए कहता हूँ
सब कुछ खामोश रह कर
मत कहिए
कुछ बोलिए
ताकि मौन की भाषा को
मिल सके परिभाषा
क्योंकि जरूरी तो नहीं कि
हर कोई मौन की भाषा जनता हो
और लगा सकता हो
आपके मौन का वही अर्थ
जो सम्बन्ध रखता है
आपकी अनुभूतिओं से
अनुभूतियाँ  जो शब्दों से जुड़ी हैं
शब्द जो भाव का स्रोत हैं
सब कुछ तो है आपके पास
फिर आप खामोश क्यूँ हैं
क्यूँ सोचते हैं हर बार
कि  ख़ामोशी ही सब कुछ  कह जाएगी
खामोश भावों को आवाज़ दीजिए
कुछ अपनी कहिए,
कुछ ज़माने की
पर कहिए चीख -चिल्ला कर
क्योंकि बिना चीखे -चिल्लाए
यहाँ कुछ नहीं मिलता है
ख़ामोशी खामोश खड़ी रह जाती है
और वक़्त गुज़र जाता है

-आनंद प्रकाश ‘आर्टिस्ट’
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10 Comments

  1. Vishvnand says:

    खामोशी पर सुन्दर रचना
    बहुत मन भायी
    बधाई i.

    आज का माहौल खामोशी से डरता है
    खामोशी हर उलझी बात सुलझाती है
    और गलत तरह की सुलझी बात उलझाती है
    खामोशी ही है जो दिल की बात सच सुनती है
    खामोशी आजकल बहुत दुर्लभ होती जा रही है . ..

  2. Anand Prakash Artist says:

    vishvnand ji , आपकी प्रतिक्रिया उत्साहवर्धक है ,धन्यवाद!
    -आनंद प्रकाश ‘आर्टिस्ट’

  3. mattbugno says:

    Anand,
    So much is given to words, I enjoyed the poem as an honour to silence as the greater punctuation among words. As the greater part of our world silence is overlooked. A great creation that thoroughly brought me happiness.
    Now I will be still and silent.

  4. siddhanathsingh says:

    sunder.

  5. HI
    Excellent content and presentation. The praibhasha of khamoshi is also khamoshi .
    Cheek ke chilathe kuch nahi hasil hotha . Khamosh rehna hi theek hai .
    sarala.

    • ANAND PRAKASH ARTIST says:

      @SARALA KURUP JAGAN,
      sarla ji सहमत हूँ आपकी बात से ,पर ख़ामोशी से क्रांति नहीं आती है ,अत: क्रांति की आवश्यकता महसूस होने पर ही कविता में चीखने -चिलाने की बात कही गई है .आपने टिप्पणी दी इसके लिए आभारी हूँ , धन्यवाद स्वीकारें !
      -आनंद प्रकाश ‘आर्टिस्ट’

  6. Prem Kumar Shriwastav says:

    Bahut Sundar Rachna…Bahut Bahut Badhai…

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