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त्यौहार पर
Hindi Poetry |
खुलें हाथ तो हो ईद-उल-फितर
हाथ जोड़ कर लायें गणपति घर
आजू-बाजू पड़ोसी से त्यौहार हैं
मिल-जुल के मनाना ही प्यार है
ये कितने वक्त से हरदम संग-संग
रंग के देखो न छूटे ये मिलन रंग
ईद और चतुर्थी का उत्साह…जय हो गणपति अल्लाह!!!
बहुत खूब, बहुत अच्छे
त्यौहार मनाना असली
ऐसे ही प्यार में सच्चे ..
दादा आपकी सराह और आशीर्वाद हर बार बेशुमार मिलता है…हम चाहे लगातार आ पाएं या नहीं..कैसे शुक्रियादा करें, नहीं जानते हैं.
bahut sundar izhaar.
सिद्ध जी..आजकल ऐसे ही मुख़्तसर से ख्याल आते हैं, सच्चे से होते हैं इसलिए बस इज़हार करता चलता हूँ. आपकी हौसला अफजाई का कद्रदान हूँ.
superb
Thanks Rajdeep…for your appreciation!
इन्ही संस्कारो से जाना जाता है भारत ….
सारी दुनिया इसकी कायल है …… अच्छे विचार है /