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भारत महान
Hindi Poetry |
भारत महान
आओ हम सब मिल भारत के गौरव की गाथा गायें
इसका असीम सौन्दर्य निरख स्वयं स्वर्ग भी लजा जायगा
देश अनोखा अपना हमको स्वाभिमान से खिला जाएगा
पुन्यस्थाली देवभूमि सी दसों दिशा महिमा फैलाएं
परंपरागत संस्कार, सभ्यता की रक्षा में लग जाएँ
आओ हम सब मिल भारत के गौरव की गाथा गायें
उत्तर में गिरिराज हिमालय सा माथे पर तिलक लगा है
दक्षिण में हिंद महासागर भी इसके पाँव पखार रहा है
पच्छिम राजस्थान के जौहर- गीत घरों में गाये जाएँ
पूरब में बंगाल की गरिमामयी कला का जश्न मनायें
आओ हम सब मिल भारत के गौरव की गाथा गायें
पूरा भारत तपोभूमि है ऋषि,मुनि,साधू ,संत विचरते
कंकर कंकर में शंकर हैं कृष्ण राम की लीला कहते
महाप्रतापी भरत नाम के भारत का सम्मान बढायें
बच्चे बूढ़े समवेत स्वरों में वंदे मातरम गाते आयें
आओ हम सब मिल भारत के गौरव की गाथा गायें
गंगा गौरव है भारत की यमुना भी यश फैलाती है
निर्मल नर्मदा की धरा तो चम्बल की चंचलता भी है
कावेरी सरयू शिप्रा गोमती घाघरा क्या नाम गिनाएं
भारत की उर्वरा भूमि को सींच रहीं इनकी धाराएं
आओ हम सब मिल भारत के गौरव की गाथा गायें
हम स्वदेश की आन-बान पर मर मिटने का प्राण कर लें
नागरिकों के रोम रोम में देश-प्रेम की ज्वाला भर दें
बलिदानी वीरों का गौरवमय इतिहास पुनः दोहरायें
वीर शहीदों के स्मारक पर चन्दन माला फूल चढ़ाएं
आओ हम सब मिल भारत के गौरव की गाथा गायें
संतोष भाउवाला
बहुत सुन्दर भावपूर्ण रचना का content और प्रशंसनीय प्रयास है
पर कुछ शब्दों की त्रुटिया और rhythm में सुधार (refinement) की जरूरत है, इसलिए rating अभी नहीं दी है …. जो सुधार के बाद देंगे
आदरणीय विश्वनंद जी ,आपको रचना पसंद आई भुत बहुत आभार
शब्दों की त्रुटिया और rhythm में जो भी सुधार आपको उचित लगे कृपया बताएं
प्रतीक्षा में संतोष भाऊवाला
chaliye yah sankalp uthayen
bharat ko susvarg banyen.
@siddha nath singh,
Santoshji,
Ennobling thoughts on Independence very well summarised.
Kusum
thanks a lot !!!
बहुत बहुत आभार !!!
अगर समस्त भारत वासी ये संकल्प कर ले तो वो दिन दूर नहीं…..
सादर संतोष भाऊवाला