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उम्मीदों की किरण
Hindi Poetry |
आँखों में आँसू नहीं
उम्मीदों की किरण होनी चाहिए
हर ख्वाब पूरा करने की
दिल में चाहत होनी चाहिए
यारों के साथ रहो तो
तो दिल की कोई बात होनी चाहिए
काफिला जो मस्ती का चला
राहों में दिन गुजरें रात होनी चाहिए
चाहत हो गर किसी से
चंद लम्हों का सही मुलाकात होनी चाहिए
यार हो और मौसम हसीं
ऐसी सारी कायनात होनी चाहिए
आयें किसी पे दिल भी तो कैसे साहिल
शख्सियत में कुछ तो बात होनी
पैसा ही नहीं सब कुछ मेरे यार
दिलों में रहत होनी चाहिए
जिंदगी को ऐसे जीना मेरे दोस्त
कि मरने के बाद सबके दिलों में
अपनी सूरत होनी चाहिए
शशिकांत निशांत शर्मा ‘साहिल’
Shashikant Nishant Sharma
अच्छी रचना !!बधाई
chand lamho ka nahin bhai chand lamhon kee mulaqaat likhna chahiye.
सुंदर rachna….!!
अच्छा प्रयास और भाव
मेर ख्याल में निम्न सुधर आवश्यक हैं …
“चंद लम्हों की सही मुलाकात होनी चाहिए”
शख्सियत में कुछ तो बात होनी चाहिए”
“रहत” का यहाँ क्या मतलब है
“कि मरने के बाद सबके दिलों में
अपनी सूरत होनी चाहिए” …. इस पंक्ति को ज़रा और refinement की जरूरत महसूस हो रही है
सुन्दर रचना बधाई i
बड़ों के परामर्श अनुकरणीय होते हैं |
कि मरने के बाद सबके दिलों में
अपनी सूरत याद होनी चाहिए