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अपने बच्चों को देख कर चिड़िया.
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अपने बच्चों को देख कर चिड़िया.
चहचहाती दरख़्त पर चिड़िया.
पंख आते ही सब विदा लेंगे
फिर न देखेगी उम्र भर चिड़िया.
सांप लीलेगा ढीठ हो बच्चे,
फड़फड़ाएगी लाख पर चिड़िया.
यूँ न नीची निगाह से देखो,
रखती आला जनाब घर चिड़िया.
सबको ही नेक मान बैठी है,
डर यही है न जाए मर चिड़िया.
उड़ ले जब तक कि पंख देते साथ,
फिर तो आनी ज़मीन पर चिड़िया.
तुझको भाते क़फ़स सुनहले हैं,
पंख जाने हैं सब क़तर चिड़िया.
Niharati hai dharati udati aasamaan par chidiyaa
sidhd hui gajal si nirmal
aasman ki chidiyaa
@rajendra sharma “vivek”, dhanyavaad aur bahut khoob
बहुत खूब, मन भायी
सोने की चिड़िया जो कभी थी कहलाये
आज के राज में तुली है सोने पर चिड़िया ….
@Vishvnand, dhanyavad