« अपने बच्चों को देख कर चिड़िया. | हम लोग तो पसंद करते हैं, ऐसी टूटी-फूटी सड़कों को » |
मै हुआ फ़ना
Anthology 2013 Entries, Aug 2012 Contest, Hindi Poetry |
« अपने बच्चों को देख कर चिड़िया. | हम लोग तो पसंद करते हैं, ऐसी टूटी-फूटी सड़कों को » |
Anthology 2013 Entries, Aug 2012 Contest, Hindi Poetry |
अति सुन्दर अर्थपूर्ण और खूबसूरत बयाँ
Ego को करदो फना लगे सारा जहाँ अपना
मनभायी ये प्यारी रचना
commends
आदरणीय विश्वनंद जी आपका आशीर्वाद मिला ,कृतार्थ हुई!! अतिशय धन्यवाद !!
Sundar vichaar door kiye vikaar
बहुत बहुत आभार !!