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हे गणराजा तू हमरा ….! ( भक्तिगान)
Hindi Poetry, Podcast |
आज श्री गणेश चतुर्थी का धार्मिक पूजोत्सव है l इस दिन घर घर में श्री गणेश जी का आगमन होता है ये माना जाता है और बड़े प्यार सन्मान से उनकी भावपूर्ण पूजा की जाती है उनकी कृपा पाने के लिए l भारत के सभी प्रान्तों में और खासकर महाराष्ट्र और गोवा में इसकी बड़ी महिमा है l सार्वजनिक गणेशोत्सव जिसकी कल्पना और शुरुवात श्री लोकमान्य टिलक जी ने करवाई थी उसका तो स्वतन्त्रता संग्राम में बहुत बड़ा योगदान रहा है और आज भी यहाँ सार्वजनिक गणेशोत्सव बड़ी धूम धाम से मनाया जाता हैl
३ साल पहले गणेश जी की भक्ति में गणेशचतुर्थी पर मुझसे ये भक्तिगान रच गया था जिसे यहाँ मैंने पहले भी पोस्ट किया था l आज इस दिवस पर हम और आप सबको हार्दिक शुभकामनाओं के साथ मैं इस भक्तिगान को इसके नए audio सहित पोस्ट कर शेयर करने में बहुत खुशी महसूस कर रहा हूँ.l यह गान इक पुराने सुन्दर फिल्मी गीत ” सावन का महीना” की धुन पर उभरा था और जैसा उभरा था वैसा ही पेश है…श्री गणेश जी की कृपा हम पर और अपने पूरे देश पर होना आज बहुत जरूरी हो गयी है और हम इस उनकी कृपा के पात्र हो ये श्री गणेश जी से हमें गहन भक्तिभाव से मांगना है ……
हे गणराजा तू हमरा ….! ( भक्तिगान)
भजनों में, पूजन में, मगन है मन हमरा,
हम और हमरा सबकुछ, हे गणराजा है तुम्हरा……!
जो हमरा है आता, वो तोसे ही आता,
जो हमरा है जाता, वो तोको ही जाता,
हमरा ना यहाँ कुछ भी, बस तू ही इक हमरा,
हम और हमरा सबकुछ, हे गणराजा, है तुम्हरा……!
हमरा लगता हम ही करते हैं सारा काम,
काम में भूल जाते हम लेना तोरा नाम,
तोरी कृपा से ही तो, चले काज ये सब हमरा,
हम और हमरा सबकुछ, हे गणराजा, है तुम्हरा……!
तोरी कृपा हो हमपर, तो हमरा है क्या कम,
चरणों में प्रभु तोरे ही रहना चाहें हम,
तोरी ही हो पूजा ये जीवन सब हमरा,
हम और हमरा सबकुछ, हे गणराजा, है तुम्हरा……!
भजनों में पूजन में, मगन है मन हमरा,
हम और हमरा सबकुछ, हे गणराजा, है तुम्हरा……!
” विश्व नन्द “
Thankyou!The picture and geet convey fulfillment.
@Kanchana Selvakumar ,
Thank you so very much for the profound pleasing comment on the posting.
Very Meaningful & Devotional besides being Melodiously rendered! Loved to hear it repeatedly with eyes closed & preying to Lord Ganesha for his Blessings!
@Arvind ,
I am feeling deeply delighted, joyed & very encouraged with your comment & its content.
It has been very rare that I get comments on my postings here from my dear & near ones and I can not explain what this comment has meant to me & my esteem.
Conveying mere thanks does not satisfy my feelings and I hope they reach you the way they are emerging……
@Vishvnand,
Admire your consistent dedicated devotion to the Almighty.
God bless.
Kusum
@Kusum Gokarn ,
I am so thankful for your grateful comment.
Keep It up Dear.I mean the Inspirational & Devotional Bhaktigaan!