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तरकीब
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साथ जब होते हैं ,
वक़्त करता है बेवफाई ,
जाने उन लम्हों घडी को इतना तेज चलने की तरकीब कहाँ से आती है ???
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साथ जब होते हैं ,
वक़्त करता है बेवफाई ,
जाने उन लम्हों घडी को इतना तेज चलने की तरकीब कहाँ से आती है ???
सारी रचनाए अच्छीं लगीं आपकी. बधाई !
कब बीत वो मधुर निशा कब घंटे पल में बदल गए.
जब तक थे साथ तुम्हारे हम हमको कुछ भान न हो पाया.