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बेवफा मैंने आज तुझको भुला दिया
Hindi Poetry |
बेवफा मैंने आज तुझको भुला दिया
बेवफा मैंने आज तुझको भुला दिया
मेरे दिल मे तेरे अक्स के साथ
तेरे खतो को भी जला दिया
जो भी बाते दिल मे थी
उनको एक गलती समझ कर भुला दिया
जिस प्यार का मातम तू मना चुकी
उस जिन्दा लाश को मैंने भी दफना दिया
बस ये समझ कि तुझको सॊचकर मैंने
जिंदगी का कीमती वक्त गवा दिया
पर आज तुझको भूलता हू तो
लगता है किसी ने जलता हुआ अंगार
मेरे सीने से छुआ दिया
आज उस नाकाबिल खुदा को भी
मैंने इक बार मे जुठला दिया
जिसकी दुआओ मे असर ना हो
उस पत्थर को मैंने दफना दिया
बेवफा मैंने आज तुझको भुला दिया
🙂
The content is really good… ! I think Sirjee (विश्वनंद्जी) will give his comment for refinement..! 🙂
रचना सुन्दर अच्छी लगी
पर लगी रचना में मर्रम्मत की गुंजाइश भी काफी
जिससे वह और निखरे
Stars 3
मेरी लिखी ये पंक्तियाँ याद आ गयीं ….
दिल ढूँढ़ता रहता क्यूँ वफ़ा इस जहान में
जो खुद ही बेवफाई के बिना है खुश नहीं … 🙂