« सब पाँव समाहित है उनमें उनके हाथी के पाँव बन्धु। | “Illy-Whacker” » |
जाते जाते बता जाना इतना ज़रा ………!
Hindi Poetry, Podcast |
जाते जाते बता जाना इतना ज़रा………!(गीत)
जाते जाते बता जाना इतना ज़रा,
क्या है, क्या है कुसूर मेरा,
तुझे प्यार किया, तुझे दिल ये दिया,
क्या था ये ही कुसूर मेरा ………!
तेरे प्यार मे मैं रहता हूँ,
तुझे अपना समझता हूँ,
तेरे लिए न जाने मैंने क्या क्या सहा,
क्या था ये ही कुसूर मेरा……..
जाते जाते बता जाना इतना ज़रा………!
मैंने जुल्म सहे कितने तेरे,
जागीं गम में रातें,
लब पे न कोई शिकवा था मेरे,
क्या था ये ही कुसूर मेरा…..
जाते जाते बता जाना इतना ज़रा…….!
सब जान के तुम अनजान रहो,
ऐसा तो न सोचा था,
तेरा प्यार कभी ना मिला मुझे,
सहता रहा दिल ये सज़ा ………
जाते जाते बता जाना इतना ज़रा……….!
तुझे रोक नहीं सकता मै,
बस इतना कहे जाता हूँ,
चाहो जो वफ़ा, दुनिया से कभी,
मेरे पास चली आना …..
जाते जाते बता जाना इतना ज़रा ………!
जाते जाते बता जाना इतना ज़रा,
क्या है, क्या है कुसूर मेरा,
तुझे प्यार किया, तुझे दिल ये दिया,
क्या था ये ही कुसूर मेरा ………!
” विश्व नन्द “