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मुद्दई, मुद्दे चुरा कर ले गए।
Hindi Poetry |
उनको शिक़वा है,दग़ा कर ले गए।
मुद्दई, मुद्दे चुरा कर ले गए।
क्या करें तामीर तेरी यादगार,
लोग सब ईंटें चुरा कर ले गए।
देख दिल मेरा सुलगता ये किया,
लोग आ सिगरेट जला कर ले गए।
गालियाँ हावी हुईं गुफ्तार पर,
संस्कारी शव उठाकर ले ले गए।
खोखले वादे थे,बाक़ी कुछ न था,
वो भरोसा थे दिला कर ले गए।
वो पहुँच के गैर के संग हो लिए,
हम वहां जिनको पटा कर ले गए