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कभी कभी सोचता हू मै ..
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कभी कभी सोचता हू मै,
अगर तुम न होती तो क्या होता
शायद…
धड्कते हुए इस दिल को मेरे,
धड्कनो की चाहत न होती
ना कभी होती निगाहो मे रन्गत,
चेहरे पे यू मुसकुराहट न होती
chaliye ye vichaar kabhi kabhi hi aate hain baaqee samay to duniya haavee rahti hai as usual!
Vaah kyaa baat hai, badhiya
Agar tum n hote
to mere hone kaa kyaa matlab hotaa?