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लुट गई मइया …
Hindi Poetry |
लुट गई मइया, लुट गई मइया, मैडम के दरबार में
थोडा लूटा टनमोहन ने, थोडा उसके यार ने
अरे, वारम ने तो मार दिया और छोड़ दिया मझधार में
थोडा लूटा मल्माडी ने, थोडा उसके यार ने
लुट गई मइया, लुट गई मइया, मैडम की सरकार में
थोडा लूटा तवार ने, थोडा उसके यार ने
अरे, रूर घुमाये छमिया को और हम जाए भंगार में
थोडा लूटा मल्माडी ने, थोडा उसके यार ने
लुट गई मइया, लुट गई मइया, मैडम के व्यापार में
थोड़ा लूटा अंसल ने, और थोडा उसके यार ने
अरे, बाजा बैठा मौज मनाये, जनता जाए भाड़ में
थोडा लूटा मल्माडी ने, थोडा उसके यार ने
भादोरिया जी,
लिखा बहुत सुन्दर है. कवि हो के सीधा सीधा नाम लेने से डरते हो,
हज़म नहीं हुआ.
शाम कुमार
waah..! bohot bhadhiya aur sahi likha hai…!
और बहुत बढिया तुकबंदी। 🙂