« I hope its you and I know it will be you | तेरी दुनियाँ में क्या मेरे सिवा कोई नहीं… » |
***आप की खातिर ….***
Hindi Poetry |
आप की खातिर ….
आप कहते हैं तो ……चलो मुस्कुरा लेते हैं
….आप की खातिर …..ये ग़म भी उठा लेते हैं
……..शर्मिंदा हो न कहीं नमीं से ..दामन आपका
…………चलो ये राज़ भी हम पलकों में छुपा लेते हैं
सुशील सरना
achchhi panktiyan!
सुंदर पंक्तियाँ