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***उनकी आगोश में …***
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उनकी आगोश में …
वो नज़र का उठाना, उठा कर गिराना, ..गज़ब हो गया
वो चिलमन के पीछे से यूँ मुस्कुराना, ..गज़ब हो गया
उनकी मख़मूर नज़रों में जाने थे …..मयख़ाने कितने
उनकी आगोश में यूँ गिरना बहक के, ..गज़ब हो गया
सुशील सरना