« मैं दूर खड़ी हूँ | सांस है मुसाफिर……. » |
बसंत के बारे मे
Hindi Poetry |
बसंत शुरूआत होती है जीवन के प्रस्फुटन की ।बसंत नव जीवन के आभास की प्रतिष्ठा है ।
बसंत त्याग और बलिदान की पराकाष्ठा है ।बसंत एक अनुभव है सुख देने दुख सहन करने का ।
बसंत के बारे मै यह कहा जा सकता है कि बस.. अंत ….पर यह एक जज्वात भर है ।
बसंतपंचमी के अवसर पर शूभकामनाये । यह गीत प्रस्तुत है..
बसंत के बारे मे
ऐसे बसंत आये।
ऐसे बसंत आये।
मौसम हो खुशुबगार
और पँछी चहचहाये ।
नदिया बहे और खेतों मे
धानी चुनर लहराये।
ऐसे बसंत आये ।
ऐसे बसंत आये ।
कमलेश कुमार दीवान
27/11/09
Vaah …Sundar aur manbhaavan ….!