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चांदनी की झील में …
Hindi Poetry |
चांदनी की झील में …
चांदनी की झील में प्यार का इज़हार हूँ
घूंघट में यौवन का .इक हसीं इकरार हूँ
नभ से बरसती .पाषाणों की आगोश में
सावन के घनों की मचलती जल-धार हूँ
सुशील सरना