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“जो हैं मन से माँ”
Hindi Poetry |
ये दिन उनके नाम
जो हैं मन से माँ
अहो भाग्य प्रणाम
जो हैं तन से माँ
बड़ा कठिन जतन
धारण और जनन
पर ये भी न सरल
कि हो मनसमर्पण
ममता तीरथ-धाम
जो कण-कण से माँ
ये दिन उनके नाम
जो हैं मन से माँ
अहो भाग्य प्रणाम
जो हैं तन से माँ
है ईश्वर की कृपा
आँचल दूध उतरे
पर ये भी है दैवीय
बूँदें नि:स्वार्थ भरें
निशिदिन सुब्ह शाम
हर क्षण-प्रण से माँ
ये दिन उनके नाम
जो हैं मन से माँ
अहो भाग्य प्रणाम
जो हैं तन से माँ
~ सब्र रीत जबलपुरी
Badhaai Ho…!
Rachana sundar manbhaavan aur bhaavpoorn ….!
Dhanyavaad dada!