« उठी जो बात सरे बज़्म बेवफ़ाई की | तुझसे मिल कर सुकून आता है » |
प्यार पहली नज़र का था पहले.
Hindi Poetry |
अब तो जो है वो सोचा समझा है
प्यार पहली नज़र का था पहले.
अब तो ये आसमां में उड़ता है
ये परिन्दा शजर का था पहले.
ख़ुद में महदूद आजकल सब हैं,
आदमी गाँव घर का था पहले.
फिर हुअा आप से बिछुड़ते ही,
हाल जैसा जिगर का था पहले.
Vaah Vaah Bahut khuub
aaj kahaan hai vah pyaaraa maahaul
jo chaayaa idhar udhar thaa pahale …!