« हे प्रभु, कर ले तू स्वीकार……! (Bhakti Geet) | कैसे सुलझे उलझन मेरी ….! » |
वो रात हसीं होगी……
Hindi Poetry |
वो रात हसीं होगी……
वो रात हसीं होगी वो बात हसीं होगी
वो मेघों की पहली बरसात हसीं होगी
बिजली से डर के करीब आना उनका
दिलों से दिलों की हर बात हसीं होगी
वो भीगी छुअन उसकी .तन्हा लम्हों में
ज़हन में वो यादों की सौगात हसीं होगी
जब लेगी सबा सुर्ख आरिजों का बोसा
गेसुओं से उसकी मुलाक़ात हसीं होगी
वो चुपके से मुड़के जब देखेगी हमको
कायनात में वो मेरी हयात हसीं होगी
सुशील सरना