« यादों की गर्द में ….. | बने जो आप से रस्तों में कुछ ग़ुलाब रखो » |
आप की हर अदा निराली है
Hindi Poetry |
आप की हर अदा निराली है
ख़ू ही जैसे जफ़ा बना ली है
काश इतना ख़याल तो रखते
बाइसे दर्द बेख़याली है
ज़िन्दगी कट गई कमाने में
हाथ ख़ाली था, हाथ ख़ाली है
बाँटते बाँटते गये मिट हम
जिसको देखो वही सवाली है
कट रही डाल वो सुना हमने
जिसपे बुनियादे नीड़ डाली है