« बसंत गीत | कब तलक ख़्वाबों से हम बहला करें » |
बाबा जी बेचन लगे नमक मसाला तेल।
Hindi Poetry |
बाबा जी बेचन लगे नमक मसाला तेल।
जाना वी. टी. को रहा पहुंच गये पनवेल।
छपा रहा अख़बार में हुई क्राउडेड जेल।
नरकौ में होवन लगा देखौ ठेलमठेल।
सीमा पर ना जायंगे राजनीति के वीर।
दिल्ली मांहि दहाड़िहैं बनकै मीर वज़ीर।
रैली कालिज में करैं नारा ग़ज़ब लगाव।
लगे पालने में दिखन हैं पूतन के पांव।