« मशहूरबदनाम | हैप्पी_मासूमियत_डे_2018 » |
करवा चौथ 2018
Hindi Poetry |
माँगे उमर वो, हो निर्जल व्रता
ज़िन्दगी हो अच्छी, है ये दुआ
जन्मे माँ, करे, पाल-पोस, बड़ा
साथ पग पग पे मिले पत्नी का
गाँठ बंधी बात, मन आठवाँ फेरा
चन्द्रमा में दिखे, तो चीन्हे चहरा
त्याग का, समर्पण का पर्व मना
करवे से जल, छन्नी से दृश्य छना
कठिनता के अंतस की सरलता
वहन, सहन करती वह जीवंतता
माँगे उमर वो, हो निर्जल व्रता
ज़िन्दगी हो अच्छी, है ये दुआ
~रीतेश सब्र
#करवा चौथ 2018
अद्भुत प्रयोग संवेदना से परिपूर्ण