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भगवन, मेरे भगवन, तू सब का सहारा है..!
Hindi Poetry, Podcast |
भगवन, मेरे भगवन,तू सब का सहारा है ,…..!
भगवन, मेरे भगवन, तू सब का सहारा है,
तुझे चिंता है हम सब की, तू सब में समाया है……..
भगवन, मेरे भगवन, तू सबका सहारा है…….!
सुंदर ये सुबह, चिडियों की चहक,
शीतल ये पवन, फूलों की महक,
ये सब कुछ जो प्यारा प्यारा, सब तेरी माया है….
भगवन, मेरे भगवन, तू सबका सहारा है…….!
तुम राम भी हो, और कृष्ण भी हो,
अल्लाह और जीजस भी तुम हो,
हैं नाम और रूप अनंत तेरे, तूने सब को सँभाला है….
भगवन, मेरे भगवन, तू सबका सहारा है…….!
हम क्या मांगे, सबकुछ है तेरा,
हमसब है तेरे, ये जग है तेरा,
देना हो दो वरदान यही, तेरे चरणों रहना है…..
भगवन, मेरे भगवन, तू सबका सहारा है…….!
मन में हो शांती सदा हमरे,
नित कार्य करें निर्भयता से,
तेरे विश्वास ने ही हममे, उत्साह उभारा है…..
भगवन, मेरे भगवन, तू सबका सहारा है…….!
तेरे नाम को ले आतंक ये क्यूँ,
मंदिर मस्जिद तोडें ये क्यूँ ,
सबके मन में फिर प्यार, अमन, प्रभु तुम्हे पिरोना है….
भगवन, मेरे भगवन, तू सबका सहारा है…….!
“ विश्व नन्द ”
Good prayer uplifting thoughts.
Kusum
A very nice poem sir.
Regards- Sonal.
Kya khub
रचना जितनी अच्छी उतना ही अच्छा संगीत और स्वर आर्त हृदय से ईश्वर को की पुकार अवश्य ईश तक पहुचती है
Bahut hee sunder